न्यूज पोर्टल कैसे बनाएं? , न्यूज पोर्टल से कमाई – 2026 की पूरी गाइड
न्यूज पोर्टल बनाने का पूरा ब्लूप्रिंट
आज के डिजिटल दौर में, एक न्यूज पोर्टल सिर्फ खबर फैलाने का जरिया नहीं, बल्कि एक पावरफुल बिजनेस और सामाजिक पहुंच बन चुका है। अगर आप भी सोच रहे हैं, “न्यूज पोर्टल बनाने में कितना खर्च आता है?” या “न्यूज वेबसाइट शुरू करने की लागत” क्या है, तो यह कंप्लीट गाइड आपके लिए है।
इस गाइड में क्या शामिल है:
- कॉस्ट एंड बजट (शुरुआत से लेकर महीना खर्च तक)
- कंटेंट स्ट्रेटेजी (खबर कहां से लाएं, कैसे लिखें)
- टेक्निकल सेटअप (कौनसा प्लेटफॉर्म, कौनसा फीचर)
- लीगल स्टेप्स (RNI, PCI, लीगल रिक्वायरमेंट्स)
- ग्रोथ एंड मार्केटिंग (ट्रैफिक, SEO, सोशल मीडिया)
- मोनेटाइजेशन (पैसा कैसे कमाएं)
भाग 1: न्यूज पोर्टल बनाने की पूरी लागत (Cost & Budget)
यह हर किसी के मन में सवाल आता है: “न्यूज पोर्टल के लिए कितने पैसे की जरूरत होती है?” आइए, इसे ब्रेकडाउन करते हैं।
एक-बार का सेटअप खर्च (शुरुआती खर्चा)
डोमेन नाम
आपकी वेबसाइट का पता (जैसे, aapkasamachar.com)
₹500 – ₹1,000 प्रति वर्ष
वेब होस्टिंग
नए पोर्टल के लिए शेयर्ड होस्टिंग काफी है
₹2,000 – ₹6,000 प्रति वर्ष
वेबसाइट डेवलपमेंट
अगर कंपनी से बनवाएं (बेसिक पैकेज)
₹25,000 – ₹50,000
लीगल और रजिस्ट्रेशन
RNI रजिस्ट्रेशन और कंसल्टेंट चार्ज
₹5,000 – ₹15,000
कुल अनुमानित एक-बार का खर्च (बेसिक):
₹35,000 – ₹75,000 (अगर आप खुद टेक्निकल हैं, तो ₹15,000 तक कम हो सकती है।)
मासिक खर्च (चलाने का खर्चा)
“एक न्यूज पोर्टल चलाने का मासिक खर्च” क्या आता है?
| खर्च का प्रकार | अनुमानित लागत |
|---|---|
| होस्टिंग और मेंटेनेंस | ₹500 – ₹2,000/माह |
| कंटेंट क्रिएशन (राइटर्स/रिपोर्टर्स) | ₹5,000 – ₹20,000/माह |
| SEO और डिजिटल मार्केटिंग टूल्स | ₹1,000 – ₹5,000/माह |
| सोशल मीडिया एड्स और प्रमोशन | ₹2,000 – ₹20,000+/माह |
| विविध (ईमेल, सॉफ्टवेयर, आदि) | ₹1,000 – ₹3,000/माह |
कुल अनुमानित मासिक खर्च (बेसिक):
₹5,000 – ₹15,000 (बिना फुल-टाइम स्टाफ के)
भाग 2: कंटेंट स्ट्रेटेजी और डेली ऑपरेशन
वेबसाइट बन गई, अब अंदर क्या होगा? “न्यूज पोर्टल के लिए कंटेंट कहां से लाएं?”
कंटेंट के सोर्सेज
- ओरिजिनल रिपोर्टिंग: अपने रिपोर्टर्स को ग्राउंड पर भेजें। यह आपको क्रेडिबिलिटी देता है।
- न्यूज एजेंसियां: पीटीआई, यूएनआई, आईएएनएस जैसी एजेंसियों से न्यूज सब्सक्राइब करें। (मासिक कॉस्ट है)
- प्रेस रिलीज: विभिन्न कंपनियों और सरकारी विभागों से प्रेस रिलीज प्राप्त करें।
- क्यूरेटेड न्यूज: दूसरे ऑथेंटिक सोर्सेज की खबरों को अपने स्टाइल में लिखें (क्रेडिट जरूर दें)
- सिटिजन जर्नलिज्म: अपने रीडर्स से लोकल न्यूज, फोटोस, विडियोज मंगाएं
कंटेंट कैसे लिखें?
- “न्यूज वेबसाइट के लिए आर्टिकल कैसे लिखें?” – हेडलाइन क्लियर हो, पहले पैराग्राफ (लीड) में 5W + 1H (What, Who, When, Where, Why, How) कवर करें। शॉर्ट पैराग्राफ्स और सिंपल भाषा का इस्तेमाल करें।
- “रोजाना न्यूज कंटेंट कैसे प्रोड्यूस करें?” – एक एडिटोरियल कैलेंडर बनाएं। हर दिन के लिए फिक्स्ड नंबर ऑफ स्टोरीज असाइन करें।
टीम मैनेजमेंट
“न्यूज पोर्टल टीम कैसे मैनेज करें?” – छोटी शुरुआत में, 1 एडिटर और 2-3 फ्रीलांस राइटर्स से काम चल जाएगा। ट्रेलो या गूगल शीट्स जैसे टूल्स से काम असाइन करें।
भाग 3: टेक्निकल सेटअप (प्लेटफॉर्म और फीचर्स)
यह है फाउंडेशन। “न्यूज पोर्टल के लिए बेस्ट वर्डप्रेस थीम” कौनसा है?
प्लेटफॉर्म चॉइस: वर्डप्रेस बनाम कस्टम सीएमएस
वर्डप्रेस (90% लोग इसी को चुनते हैं):
- फायदा: आसान, सस्ता, बहुत सारे थीम्स और प्लगइन्स उपलब्ध
- थीम्स: GeneratePress, Astra, Newsmatic (न्यूज के लिए स्पेशल डिजाइन)
- प्लगइन्स: Yoast SEO (SEO के लिए), लाइव टीवी प्लगइन, पुश नोटिफिकेशन प्लगइन, आदि
कस्टम सीएमएस: अगर आपको बहुत ही स्पेसिफिक फीचर्स चाहिए और बजट अनलिमिटेड है, तब ही इसपर जाएं
जरूरी फीचर्स
- ब्रेकिंग न्यूज टिकर: “न्यूज पोर्टल के लिए ब्रेकिंग न्यूज टिकर” – यह एक जरूरी फीचर है, जो वर्डप्रेस में आसानी से ऐड हो जाता है
- मोबाइल रेस्पॉन्सिव डिजाइन: आजकल 80% ट्रैफिक मोबाइल से आती है
- AMP (Accelerated Mobile Pages): “न्यूज वेबसाइट के लिए AMP” – गूगल के थ्रू फास्ट लोडिंग के लिए
- मोबाइल ऐप: “न्यूज वेबसाइट के लिए ऐप कैसे बनाएं?” – अब बहुत से प्लगइन्स हैं जो आपकी वेबसाइट को एक ऐप में कन्वर्ट कर देते हैं (कॉस्ट: ₹10,000 – ₹50,000)
भाग 4: लीगल स्टेप्स और कंप्लायंस
यह सबसे इम्पोर्टेंट भाग है। “क्या ऑनलाइन न्यूज पोर्टल के लिए RNI रजिस्ट्रेशन जरूरी है?”
RNI रजिस्ट्रेशन
- “ऑनलाइन न्यूज पोर्टल के लिए RNI रजिस्ट्रेशन” – रजिस्ट्रार ऑफ न्यूजपेपर्स फॉर इंडिया (RNI) के साथ रजिस्टर करना अब ऑनलाइन न्यूज पोर्टल्स के लिए भी संभव है
- प्रक्रिया: आपको अपने पोर्टल का डिटेल्स, ओनरशिप डिटेल्स, और एक अफिडेविट कोर्ट में सबमिट करना होता है कि आप रेगुलर कंटेंट पब्लिश करते हैं
- समय: 30-60 दिन लग सकते हैं
- फायदा: लीगल रिकग्निशन मिलती है, जो गूगल न्यूज एप्रूवल और एडवर्टाइजिंग नेटवर्क्स के लिए हेल्पफुल है
अन्य लीगल रिक्वायरमेंट्स
- कंपनी रजिस्ट्रेशन: “क्या एक व्यक्ति बिना कंपनी के न्यूज पोर्टल स्टार्ट कर सकता है?” – हां, कर सकते हैं, लेकिन कंपनी बनाने से क्रेडिबिलिटी बढ़ती है और बिजनेस को मैनेज करना आसान होता है
- PCI रजिस्ट्रेशन: “RNI और PCI रजिस्ट्रेशन में क्या अंतर है?” – प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (PCI) एक रेगुलेटरी बॉडी है। RNI रजिस्ट्रेशन के बाद आप PCI में भी रजिस्टर हो सकते हैं, लेकिन यह कम्पलसरी नहीं है शुरुआत में
- IT रूल्स और डिफेमेशन लॉज: “न्यूज पोर्टल के लिए डिफेमेशन लॉज क्या हैं?” – किसी भी खबर को पब्लिश करने से पहले उसकी ऑथेंटिसिटी वेरीफाई करें। किसी की पर्सनल लाइफ में दखल न दें और डिफेमेशन (मान-हानि) के लॉज को समझें
भाग 5: ग्रोथ, मार्केटिंग और ट्रैफिक
वेबसाइट बन गई, कंटेंट आ रहा है, अब लोगों को कैसे बताएं? “नए न्यूज पोर्टल पर ट्रैफिक कैसे लाएं?”
SEO (सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन)
- “न्यूज वेबसाइट के लिए SEO टिप्स” – हर आर्टिकल का टाइटल और डिस्क्रिप्शन अच्छा लिखें। लोकल SEO पर फोकस करें (“लोकल न्यूज पोर्टल कैसे बनाएं?”)। गूगल सर्च कंसोल और एनालिटिक्स लगाएं
सोशल मीडिया मार्केटिंग
- फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर अपनी खबरों को एक्टिवली प्रोमोट करें। शॉर्ट विडियोज बहुत काम आते हैं
गूगल न्यूज एप्रूवल
- “गूगल न्यूज में फीचर कैसे हों?” – इसके लिए आपकी वेबसाइट टेक्निकली साउंड होनी चाहिए, ओरिजिनल कंटेंट होना चाहिए, और ट्रांसपेरेंसी (About Us, Contact Us) होनी चाहिए। RNI रजिस्ट्रेशन इसमें बहुत हेल्प करता है
ईमेल न्यूजलेटर
- अपने रीडर्स का ईमेल डेटाबेस बनाएं और रोजाना/साप्ताहिक न्यूजलेटर भेजें। यह ट्रैफिक का एक गारंटीड जरिया है
भाग 6: मोनेटाइजेशन (पैसा कैसे कमाएं?)
आखिरकार, आप अपनी मेहनत का फल कैसे पाएंगे?
गूगल ऐडसेंस
सबसे कॉमन तरीका। आपकी साइट पर ऐड्स दिखकर पैसा कमाना। “न्यूज पोर्टल के लिए गूगल ऐडसेंस एप्रूवल” लेना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन क्वालिटी कंटेंट से हो जाता है
डायरेक्ट ऐड्स
लोकल बिजनेसेज को डायरेक्टली ऐड स्पेस बेचें। यह ऐडसेंस से ज्यादा प्रोफिटेबल हो सकता है
स्पॉन्सर्ड कंटेंट
कोई कंपनी आपको पैसा देकर अपना आर्टिकल या न्यूज पब्लिश करवाए
एफिलिएट मार्केटिंग
किसी प्रोडक्ट या सर्विस की रिव्यू लिखकर उसकी सेलिंग से कमीशन लें
सब्सक्रिप्शन मॉडल
खास या प्रीमियम कंटेंट के लिए रीडर्स से सब्सक्रिप्शन फी लें
शुरुआत कैसे करें: स्टेप बाय स्टेप गाइड
निच मार्केट रिसर्च
किस एरिया में खबरें देंगे? किस टॉपिक पर फोकस करेंगे?
डोमेन और होस्टिंग खरीदें
अपने बिजनेस के नाम से मिलता-जुलता डोमेन नाम चुनें और रिलायबल होस्टिंग लें
वर्डप्रेस इंस्टॉल करें
अधिकतर होस्टिंग कंपनियां वन-क्लिक वर्डप्रेस इंस्टॉलेशन ऑफर करती हैं
प्रोफेशनल थीम सेट करें
न्यूज पोर्टल के लिए डिजाइन की गई थीम इंस्टॉल और कस्टमाइज करें
कंटेंट प्लानिंग करें
एडिटोरियल कैलेंडर बनाएं और कंटेंट क्रिएशन का प्लान तैयार करें
RNI रजिस्ट्रेशन के लिए अप्लाई करें
लीगल रिकग्निशन के लिए RNI में रजिस्ट्रेशन करवाएं
सोशल मीडिया प्रोफाइल्स बनाएं
फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम पर अपने पोर्टल की प्रेजेंस बनाएं
रोजाना कंटेंट पब्लिश करना शुरू करें
कंसिस्टेंसी बनाए रखें और क्वालिटी कंटेंट पर फोकस करें
याद रखें – सफलता रातों-रात नहीं मिलती। लगातार कोशिश करते रहें, क्वालिटी कंटेंट पर फोकस रखें, और धीरे-धीरे आपका न्यूज पोर्टल पॉपुलर हो जाएगा।

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